एक छात्रावास के लड़के की सुबह उसकी सौतेली बहन द्वारा बाधित हो जाती है। वह उस पर हावी हो जाती है, उसका चेहरा चोदती है और उसे डीपथ्रोट करती है। उनकी भूमिकाएँ उलट जाती हैं, और वह उत्सुकता से पारस्परिक रूप से जुड़ जाता है, जिससे एक कठोर, तीव्र, फिर भी संतोषजनक युगल होता है।